जहाँ डाल डाल पर सोने की
चिड़िया करती है बसेरा
वो भारत देश है मेरा
जहाँ सत्य अहिंसा और धर्म का
पग पग लगता डेरा
वो भारत देश है मेरा
ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि
जपते प्रभु नाम की माला
जहाँ हर बालक इक मोहन है
और राधा हर इक बाला
जहाँ सूरज सबसे पहले आकर
डाले अपना डेरा
वो भारत देश है मेरा
अलबेलों की इस धरती के
त्यौहार भी है अलबेले
कहीं दीवाली की जगमग है
कहीं है होली के मेले
जहाँ राग रंग और हँसी खुशी का
चारों ओर बसेरा
वो भारत देश है मेरा
फिल्म – सिकन्दर-ए-आज़म ….. गायक – मोहम्मद रफी जिस दिल में बसा था प्यार तेरा उस दिल को कभी का तोड़ दिया बदनाम ना होने देंगे तुझे तेरा नाम ही लेना छोड़ दिया जब याद कभी तुम आओगे समझेंगे तुम्हें चाहा ही नहीं राहों में अगर मिल जाओगे सोचेंगे तुम्हें देखा ही नहीं जो दर पे तुम्हारे जाते हैं उन राहों को हमने छोड़ दिया हम कौन किसी के होते हैं हमको कोई याद करेगा क्यों अपने दो आँसू भी हम पे कोई बरबाद करेगा क्यों उस माँझी को भी गिला हमसे मँझधार में जिसने छोड़ दिया फिल्म – सहेली ….. गायक – मुकेश
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